फिर बड़ी भाभी ने पूछा आपका नाम क्या हैं ,फिर उन्होंने कहाँ हमारी ननद बहुत नटखट हैं। ,छोटी भाभी ने बहुत से सवाल किये। आप क्या काम करते हैं ,कितना कमाते हैं, घर में कौन- कौन हैं आदि सवाल किये।
फिर वो सब कमरे से चले गए। अब कमरे में बिल्कुल सन्नाटा था। उस कमरे में अब सिर्फ मैं और वो लड़का था।
जब मैंने पहली बार तिरछी नजरों से उस लड़के को देखा तो ऐसा लगा जैसे अभी पहली बार वो किसी लड़की को देखने आया हों। बिलकुल सादी सी पेंट -शर्ट ,पाव में सादी चप्पल ,बाल भी बड़े हुए, मूछो का आना भी बस अभी शुरू ही हुआ ,दाडी में बाल भी अभी- अभी आये ,बस दो -तीन बाल ही दिख रहे थे । बस नीची आँखे कर रखी थी और चेहरे पर एक प्यारी सी मुस्कान थी।
वो क्या सोच रहा था ,वो तो मुझे पता नहीं पर मैं जरूर . . . . . .
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